~~🌷 प्रीत की तलब 🌷~~
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प्रीत की भी तलब लगी होगी । ❤❤चोट तेरी अभी हरी होगी । 1
यार मेरे यहां चले आओ । 🤩🤩 आप के बिन नहीं हंसी होगी
आज मेरे करीब तुम आओ । ❤❤चांद आया निशा खिली होगी । 3
दिल तो अभी नहीं भरे मेरे । 🤩🤩रात आधी अभी-अभी होगी । 4
तब तलक जा नहीं कहीं तू । ❤❤आंख तारों भरी नमी होगी । 5
होठ तेरे रूखे सूखे होंगे । 🤩🤩चैन दिल कि कहीं उड़ी होगी । 6
आंख से आंख मिल गए फिर भी । ❤❤प्यास चाहत भरी बढ़ी होगी । 7
पास आओ अभी नहीं जाओ । 🤩🤩सांस को सांस अभी मिली होगी । 8
जब तलक हंसी लबों पे है । ❤❤
जिंदगी में नहीं कमी होगी ।9
यार आए बाहर फिर आई । 🤩🤩 दिल खिला आज दिल्लगी होगी ।10
याद श्रीकांत की रही तुमको । ❤❤
बात प्यारी अभी-अभी होगी । 11
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🖊श्रीकांत सिंह , गोरखपुर , यूपी ।
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