हिंदी मेरी बोली

हिंदी मेरी बोली , हिंदी ब्लॉग में आपको हिंदी कहानियां , रचनाएं, कविताएं और हिंदी से जुड़ी सामग्रियां उपलब्ध कराई जाएगी।

Blogger द्वारा संचालित.

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
Mera name Sunil Sardar h Main jharkhand ke jamshedpur sahar me rahta hun. Mujhe nayee jankariyan janne ki aur apni jankarian logo ko batana pasand h..

Categories

संपर्क फ़ॉर्म

यह ब्लॉग खोजें

ब्लॉग आर्काइव

Responsive Advertisement

Subscribe Us

सोमवार, 22 अगस्त 2022

।। मोहन ।।

  Sunil sardar       सोमवार, 22 अगस्त 2022

 

                           ।।   मोहन  ।।           








दुनिया में सबसे न्यारा है मोहन

         यशोदा का लाल दुलारा है मोहन।


मटकी तोड़ आए माखन चुराए 

          फिर भी सबका प्यारा है मोहन ।


बंसी बजाए  गईया चराए 

           ग्वाल बाल के आंखों का तारा है मोहन ।


गोकुल की गलियों में रास रचाए 

           गोपियों के जीने का सहारा है मोहन ।


वृंदावन आए राधा से प्रीत लगाई

           प्रेम की अविरल धारा है मोहन ।  


मथुरा में जा कर कंस को मारा

           दुखी जनों का सहारा है मोहन ।


इंद्र ने ज्यों ही पानी बरसाए 

           गोवर्धन अंगुल पर उठाता है मोहन ।


शूरवीर जब घुटने टेक बैठे

           द्रौपदी की लाज बचाता है मोहन।


मित्र सुदामा जब द्वार पे आए

           नंगे पांव दौड़ आता है मोहन ।


ठीठके जब पार्थ कुरुक्षेत्र में तो

           गीता उपदेश दिलाता है मोहन । 


अति जब हद से गुजर ही गया तो

           वंशी छोड़ सुदर्शन चलाता है मोहन । 


अबला के मान पर आंच ना आए 

           कर्म ऐसा ही सिखाता है मोहन । 


दुखी दिन के बनके सहारा

           चाहूं और खुशियां लुटाता है मोहन । 


पल में मिटेंगे गम श्रीकांत तुम्हारे 

            सर पे हाथ जब रखता है मोहन ।



श्रीकांत सिंह , गोरखपुर , यूपी ।










logoblog

Thanks for reading ।। मोहन ।।

Previous
« Prev Post
Oldest
You are reading the latest post

4 टिप्‍पणियां:

  1. धन्यवाद श्रीकांत जी, इसका श्रेय तो आपको ही जाता है।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. मेरा नहीं सारा श्रेय आपका है सर , मुझे ये सुनहरा अवसर मिल रहा है ,आपकी परिश्रम और प्रेरणा से🙏🙂♥️

      हटाएं

हरतालिका तीज--2022

                                 हरतालिका तीज--2022        [  मनोवांछित वर एवं अखंड सौभाग्य  प्राप्ति के लिए किए जाने वाले व्रत  । ] हरतालिक...