।। मोहन ।।
दुनिया में सबसे न्यारा है मोहन
यशोदा का लाल दुलारा है मोहन।
मटकी तोड़ आए माखन चुराए
फिर भी सबका प्यारा है मोहन ।
बंसी बजाए गईया चराए
ग्वाल बाल के आंखों का तारा है मोहन ।
गोकुल की गलियों में रास रचाए
गोपियों के जीने का सहारा है मोहन ।
वृंदावन आए राधा से प्रीत लगाई
प्रेम की अविरल धारा है मोहन ।
मथुरा में जा कर कंस को मारा
दुखी जनों का सहारा है मोहन ।
इंद्र ने ज्यों ही पानी बरसाए
गोवर्धन अंगुल पर उठाता है मोहन ।
शूरवीर जब घुटने टेक बैठे
द्रौपदी की लाज बचाता है मोहन।
मित्र सुदामा जब द्वार पे आए
नंगे पांव दौड़ आता है मोहन ।
ठीठके जब पार्थ कुरुक्षेत्र में तो
गीता उपदेश दिलाता है मोहन ।
अति जब हद से गुजर ही गया तो
वंशी छोड़ सुदर्शन चलाता है मोहन ।
अबला के मान पर आंच ना आए
कर्म ऐसा ही सिखाता है मोहन ।
दुखी दिन के बनके सहारा
चाहूं और खुशियां लुटाता है मोहन ।
पल में मिटेंगे गम श्रीकांत तुम्हारे
सर पे हाथ जब रखता है मोहन ।
श्रीकांत सिंह , गोरखपुर , यूपी ।
अति सुन्दर ♥️👌
जवाब देंहटाएं🌸🙏जय श्री कृष्णा 🙏🌸🌹🌹🌹🌹🌹
जवाब देंहटाएंधन्यवाद श्रीकांत जी, इसका श्रेय तो आपको ही जाता है।
जवाब देंहटाएंमेरा नहीं सारा श्रेय आपका है सर , मुझे ये सुनहरा अवसर मिल रहा है ,आपकी परिश्रम और प्रेरणा से🙏🙂♥️
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